साहित्य अकादमी पुरस्कार 2017 के विजेताओं की सूची
साहित्य अकादमी भारत की भाषाओं में साहित्य को बढ़ावा देने के लिए समर्पित एक संगठन है। साहित्य अकादमी (पत्रों की राष्ट्रीय अकादमी) प्रति वर्ष 24 भारतीय भाषाओं में लेखकों के साहित्यिक कार्यों को मान्यता देने के लिए पुरस्कार देता है- 22 अनुसूचित भाषाओं में अंग्रेजी और राजस्थानी के साथ। इस लेख में, हम "सभी 24 भाषाओं के साहित्य अकादमी पुरस्कार 2017 के विजेताओं की सूची" पढ़ेंगे।
इतिहास
- भारतीय साहित्य, प्राचीन काल से विकसित हुआ है।
- लगभग 1500 ईसा पूर्व के पवित्र भजनों के संकलन वाला ग्रंथ ऋग्वेद भारतीय साहित्य की सबसे प्रारंभिक कृति थी।
- मध्ययुगीन काल में कईं दक्षिण भारतीय भाषाओं जैसे मलयालम, तेलुगु आदि भाषाएं उभर कर सामने आईं थीं और मराठी, ओडिया एवं बंग्ला में साहित्य महत्वपूर्ण क्षेत्रीय भाषाओं के रूप में उभरने लगे थे।
- आधुनिक समय में रवींद्रनाथ टैगोर भारत के पहले नोबल पुरस्कार विजेता बने और अन्य विद्वानों एवं स्वतंत्रता सेनानियों की तरह ही भारतीय साहित्य में उनका योगदान बहुत बड़ा था।
- स्वतंत्रता से पहले ही भारत में एक राष्ट्रीय साहित्य अकादमी स्थापित करने का प्रस्ताव रखा गया था।
- भारत में साहित्यिक क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिए, वर्ष 1944 में राष्ट्रीय सांस्कृतिक ट्रस्ट को सशक्त किया गया।
- स्वतंत्रता के बाद भारत सरकार ने वर्ष 1952 में साहित्य रचनाओं के लिए एक राष्ट्रीय अकादमी की स्थापना की, जिसे साहित्य अकादमी भी कहा जाता है।
- भारत सरकार का संकल्प जिसके तहत अकादमी की स्थापना की गई, अकादमी को भारतीय साहित्य के विकास के लिए सक्रिय रूप से कार्य करने और उच्च भारतीय साहित्यिक स्तरों को स्थापित करने, सभी भारतीय भाषाओं में साहित्यिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और समन्वय करने हेतु देश की सांस्कृतिक एकता के प्रति उन सभी को बढ़ावा देने के लिए एक राष्ट्रीय संगठन के रूप में वर्णित करता है।
- अकादमी सोसाइटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के अंतर्गत एक सोसाइटी के रूप में और उसके क्रिया-कलापों को एक स्वायत्त संगठन के रूप में पंजीकृत किया गया था।
- यह एक केंद्रीय संस्था है जो देश में साहित्यिक संवाद को बढ़ावा देने, प्रकाशन तथा साक्षरता को बढ़ावा देने के साथ-साथ 24 भारतीय भाषाओंमें साहित्यिक गतिविधियों का दायित्व निभाती है।
साहित्य अकादमी पुरस्कार
- साहित्य अकादमी (साहित्यिक रचनाओं की राष्ट्रीय अकादमी) वार्षिक रूप से अंग्रेजी और राजस्थानी भाषा सहित 24 भारतीय भाषाओं - 22 अनुसूचित भाषाओं में लेखकों के साहित्यिक कार्यों को सम्मानित करते हुए पुरस्कार प्रदान करती है।
- व्यक्तियों को दिए जाने वाले पुरस्कार में निम्न शामिल है-
(1) एक शाल
(2) एक कास्केट जिसमें उत्कीर्ण ताम्रपत्र और
(3) एक लाख रुपये का चेक (इसकी स्थापना के समय 5000 रुपये) शामिल है। - अकादमी द्वारा प्रतिवर्ष, संगठन द्वारा मान्यता प्राप्त भाषाओं में साहित्यिक कार्यों के लिए 24 पुरस्कार दिए जाते हैं और इतने ही पुरस्कार भारतीय भाषाओं में या से साहित्यिक अनुवादों के लिए प्रदान किए जाते हैं, दोनों ही पुरस्कार जांच, चर्चा एवं चयन की एक वर्ष की लंबी प्रक्रिया के बाद प्रदान किए जाते हैं।
- प्रथम पुरस्कार वर्ष 1955 में प्रदान किए गए थे।
विशेषताएं
- लेखक भारतीय राष्ट्रीयता का होना चाहिए।
- पुरस्कार केवल तभी दिया जाएगा, जब अंतिम चरण के चयन में न्यूनतम तीन पुस्तकें होंगी।
- जब दो या दो से अधिक पुस्तकों के लिए समान योग्यता पाई जाती है, तो कुछ मापदंडों जैसे कुल साहित्यिक योगदान और लेखकों के स्थान के आधार पर पुरस्कार घोषित करने पर विचार किया जाएगा।
- यदि पुरस्कार मेरिट के वर्ष से पहले के पांच वर्षों के दौरान उस भाषा में कोई पुस्तक प्रकाशित नहीं हुई है, तो किसी भी भाषा के लिए किसी विशेष वर्ष के दौरान पुरस्कार नहीं दिया जा सकता।
- पुरस्कार के लिए कार्य की पात्रता को पुस्तक से संबंधित भाषा एवं साहित्य के प्रति उत्कृष्ट योगदान के क्रमाधार पर निर्धारित किया जाएगा। पुस्तक एक रचनात्मक या महत्वपूर्ण कार्य पर आधारित हो सकती है।
साहित्य अकादमी पुरस्कार 2017
- साहित्य अकादमी ने 24 भारतीय भाषाओं में 24 लेखकों के साहित्यिक कार्यों को सम्मानित करने के लिए वर्ष 2017 के पुरस्कारों की घोषणा की है।
क्रमांक | विजेता का नाम | राज्य | साहित्यिक कार्य | साहित्य श्रेणी | भाषा |
1 | जयंत माधव बोरा | असम | मोरियाहोला | उपन्यास | असमिया |
2 | अफसार अहमद | पश्चिम बंगाल | सेइनिखोंज मानुषटा | उपन्यास | बंग्ला |
3 | रीता बोरो | असम | थ्वीसाम | उपन्यास | बोडो |
4 | ममंग दई | अरुणाचल प्रदेश | द ब्लैक हिल | उपन्यास | अंग्रेजी |
5 | उर्मि देसाई | गुजरात | गुजराती व्याकरणनां बासो वर्ष | साहित्यिक-समीक्षा | गुजराती |
6 | टी. पी. अशोक | कर्नाटक | कथन भारती | साहित्यिक-समीक्षा | कन्नड़ |
7 | रमेश कुंतल | हरियाणा | विश्व मिथक सरित सागर | साहित्यिक-समीक्षा | हिंदी |
8 | बीणा हंगखिम | कीर्ति विमर्श | साहित्यिक-समीक्षा | नेपाली | |
9 | नीरज दइया | राजस्थान | बीना हसल पाई | साहित्यिक-समीक्षा | राजस्थानी |
10 | के. पी. रामनुन्नी | केरल | दैवथिंटे पुस्तकम | उपन्यास | मलयालम |
11 | राजेन तोईजाम्बा | मणिपुर | चाही टारगेट खुन्ताक्पा | नाटक | मणिपुरी |
12 | नछत्तर सिंह | पंजाब | स्लो डाउन | उपन्यास | पंजाबी |
13 | इंकलाब | तमिलनाडु | कानधल नाटकल | कविता | तमिल |
14 | जगदीश लछाणी | महाराष्ट्र | आछेन्दे लाना मरान | निबंध | |
15 | औतार कृष्ण | जम्मू एवं कश्मीर | येलि परदा वोथ | लघु कहानियां | कश्मीरी |
16 | शिव मेहता | जम्मू एवं कश्मीर | बन्ना | लघु कहानियां | डोगरी |
17 | गजानन जोग | गोवा | खांद आनी हेर कथा | लघु कहानियां | कोंकणीं |
18 | गायत्री सराफ | ओडिशा | इटावतिर शिल्पी | लघु ककहानियां | उडिया |
19 | बेग एहसास | हैदराबाद | दख़मा | लघु कहानियां | उर्दू |
20 | उदय नारायण | बिहार | जहालक डायरी | कविता | मैथिली |
21 | भुजंग टुडु | झारखंड | ताहेनांएन. तांगी रे | कविता | संथाली |
22 | श्रीकांत देशमुख | महाराष्ट्र | बोलावे ते आम्ही | कविता | मराठी |
23 | देवीप्रिया | आंध्र प्रदेश | गाली रंगू | कविता | तेलुगू |
24 | निरंजन मिश्रा | उत्तराखंड | गंगापुत्रवदनम् | नाटक | संस्कृत |
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